जनहित की रामायण - 48 अपराध रोकथाम श्रृंखला में अपराध । पुलिस तक पहुंच ही पाता एक आध ।। दर्ज हो पाते उनमें से गिने चुने अपराध । सज़ा तक पहुंच पाने में चंद ही कामयाब ।। पुलिस ड्यूटी में कोई कमी नहीं करती । राजनीति अक्सर उस पर हावी ही रहती ।। अपराधियों की नेताओं से सांठगांठ खून पी लेती । पुलिस को अपनी ड्यूटी करने ही नहीं देती ।। कुछ जांबाज धारा के बह लेते है विपरीत । सब कुछ दाव पे लगा चाहते जनहित में जीत ।। जनता का श्रद्धाभाव दिलों तक सीमित रह जाता । कोई अखबार जांबाज़ के जेल या श्राद्ध की खबर ले आता ।। पुलिस पर काम का बोझ कम किया जाये । 12 घंटे की जगह 8 घंटे की ड्यूटी दी जाये ।। बदली का अधिकार पुलिस प्रशासन को हो । अपराध की क्या मज़ाल सर उठा ले वो ।। - आवेश हिंदुस्तानी 12.10.2021 ©Ashok Mangal #AaveshVaani #KhabronKiKhabar #JanMannKiBaat #crime #Police