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ये कहानी कविता की है जिसने दुनिया में सिर्फ प्यार

ये कहानी कविता की है जिसने दुनिया में सिर्फ प्यार करना सीखा था। वो किसी से भी मतलब से नहीं दिल से जुड़ जाती थी। वो घर की लाड़ली थी। कविता के पापा उसकी हर विश उसके कहने पर पूरी कर देते थे।

कविता कोई अमीर घर की नहीं थी। वो एक मिडिल क्लास फॅमिली में पली बढ़ी थी, पर उसके पापा और उसका भाई उसे एक राजकुमारी की तरह रखते थे। कविता पढ़ने में होशियार थी, स्कूल की पढ़ाई पूरी कर के वो कॉलेज गयी।

कॉलेज के कुछ ही दिन हुए थे की एक लड़का (रवि) उसका पीछा करने लगा। रवि रोज़ कॉलेज जाते समय बाइक से उसका कॉलेज तक पीछा करता था। कविता इस बात से बिलकुल अनजान थी।

एक दिन कविता की फ्रेंड ने उसे कहा की कोई लड़का तुम्हारा रोज़ पीछा करता है, तुम उसे कुछ कहती क्यों नहीं हो। कविता ने कहा मैं कभी नोटिस ही नहीं की ये सब और मुझे क्या करना है।अब तो एग्जाम भी आने वाले है उस पर ध्यान देना है ।

कविता के कॉलेज जाने पर उसे किसी प्रकार परेशानी न आए घर वाले से सीधे बात कर सके, यह सोच कर उसके पापा ने कविता को फ़ोन गिफ्ट दिया। कविता का वो पहला फ़ोन था और उस समय फेसबुक बहुत चलता था।

कविता को फेसबुक का कुछ पता नहीं था इसलिए वो किसी की भी Friend Request एक्सेप्ट कर लेती है। जो लड़का रोज़ उसका पीछा करता था उसने भी उसे Friend Request सेंड किया और बाते स्टार्ट हो गयी।

दोनों में दोस्ती हुई फिर नंबर एक्सचेंज हुए, कविता को वो पसंद आने लगा था। रवि ने उसे प्रपोज़ किया और कविता ने हां कर दी। रवि रिलेशन के पहले 6 महीने बहुत अच्छे से रहा और फिर वो बहुत गंदे तरीके से बात करने लगा।

कविता उससे बात करना बंद कर दी। रवि फिर काफी सॉरी बोलना स्टार्ट कर दिया। तो उसने उससे माफ़ कर सब भूल फिर सही से रहने लगी। कविता ने रवि को अपने घर वालो से भी मिला दिया। कविता के भाई ने कहा की बहन थोड़ा सम्भल के रहना और ज़रूरत से जयादा विश्वास मत कर लेना। लड़की ने भी हां में सर हिला दिया।

एक दिन वो दोनों बाहर घूमने के लिए गए। रवि अपना फ़ोन घर पर भूल गया था तो उसने कविता से फ़ोन ले के किसी को कॉल किया। और फिर फेसबुक उसके फ़ोन में चलाने लगा, पर अपना फेसबुक लॉगआउट करना भूल गया था।

कविता घर पहुंच के जब अपना फेसबुक ओपन की तो उसने देखा की लड़के का फेसबुक लॉगिन है। वो मैसेज देखने लगी तो उसने देखा की रवि ने अपने दोस्त से उसके बारे में कहा था की वो सिर्फ टाइम पास के लिए कविता के साथ है।

कविता ने देखा की वो और भी लड़कियो से बात करता था। उसने तुरंत रवि को फ़ोन किया। इस पर रवि बोला की वो सब मज़ाक में बोला था और लड़किया सिर्फ उसकी दोस्त है और कुछ नहीं फिर भी सॉरी तुम्हे बुरा लगा। कविता उसकी बात मान गयी।

उस दिन के बाद से उस कविता ने उसका फेसबुक कभी नहीं चलाया। रवि कविता उससे झूठ बोल के हमेसा पैसा लेता था और बोलता था की जब मैं कमाऊंगा तब आपको दे दूंगा।

कही बाहर जाते तो भी कविता ही पैसे खर्च करती थी और शॉपिंग भी कविता ही कराती थी। जब कविता के पास पैसे होते थे वो बहुत प्यार से बात करता था। जब नहीं होते थे तो उसका कॉल तक नहीं उठाता था।
कॉलेज के पास होते ही उस कविता को अच्छी जॉब मिल गयी। जब रवि को उसकी जॉब का पता चला तो वो नयी बाते बनाने लगा कहता की उसे और पढाई करनी है और उसके घर वाले उसे पैसे नहीं देते।

कविता ने उसकी पढाई का जिम्मा भी उठा लिया, वो उसे फीस देती और पॉकेट मनी भी। कविता के घर वाले उसे कभी उसकी सैलरी के बारे में नहीं बोलते थे न कभी पूछते थे। वो घर में थोड़े पैसे देती थी बाकि रवि की फीस अपने लिए बस अपने पेट्रोल के खर्चे रखती थी।

कविता ने एक दिन रवि को कहा की मुझे अपने घर वालो से मिलवा दो। तो हम शादी या फिर रोका फिक्स कर लेते है। रवि उसकी बात टाल दिया और कहता हां ठीक है और तुम अपनी कंपनी का बताओ।

कुछ दिन ऐसे ही बीते कविता एक दिन गुस्से में बोली आपको अपने परिवार से मिलवाना है या नहीं। हमे इतने साल हो गये एक साथ जब भी बात करती हूँ या तो ताल देते हो या फिर बात करना बंद कर देते हो। आज क्लियर कर दो रवि कहता है मै आज घर जाकर बात कर के बताता हूँ।

कविता ने उसे रात को मैसेज किया तो रवि के ने कहा की मम्मी बोल रही है रोका के 50k देंगे तो करेंगे। कविता को गुस्सा आ गया क्युकी उसे दहेज़ से नफ़रत थी। वो बोलने लगी की जो लाना होगा मै अपनी ख़ुशी से लाऊंगी। दहेज़ एक रूपए नहीं दूंगी।

रवि बोला की अगर दे दोगी तो कौन सा कम हो जायेगा तुम्हारे घर में, तुम थोड़ा पैसा नहीं दे सकती क्या। कविता को ये सुन और गुस्सा आ गया कहने लगी। हां नहीं दे सकती मै एक रूपए भी। आपकी फीस मैं दे रही हूँ पॉकेट मनी मै दे रही हूँ।

यहां तक फ़ोन भी आप मेरे से मंगवाए, आपको हर हफ्ते शोपिंग करनी होती है। अपनी मम्मी के लिए कुछ भी लेती हूँ, आपकी मम्मी के लिए भी ले के देती हूँ। हमेसा कुछ डिमांड होती है आपकी। इतने साल में एक चॉकलेट तक नहीं दिए हो खुद से। आज आप मुझे पैसे के लिए सूना रहे हो।

आज से मैं आपको या आपके घर के लिए कुछ भी नहीं दूंगी, कविता गुस्से में फ़ोन रख देती है। कुछ दिन वो दोनों बात नहीं करते है। लड़के को जब पैसे की ज़रूरत हुई तो फ़ोन किया – सॉरी उस दिन मैं ज्यादा बोल गया मुझे नहीं बोलना चाहिए था। अच्छा सुनो मुझे कुछ पैसे दे दो।

कविता बोली बस आ गए मेन पॉइंट पर, नहीं है मेरे पास पैसे और कविता फ़ोन कट कर देती है रवि काफी रोता है इसलिए लड़की मान जाती है और उसे पैसे दे देती है। कविता के ऑफिस में 2 लड़के उसके बहुत करीब थे वो उन दोनों लड़को को भाई बोलती थी। एक दिन ऑफिस में वर्क लोड की वजह से लेट हो गयी।

तो उसे ऑफिस के लड़के ने कहा की बहन चल तुझे घर छोड़ देता हूँ काफी लेट हो गया है। कविता ने कहा हां तू ठीक बोल रहा है जब कविता घर जाती है तो रस्ते में कविता का बॉयफ्रेंड रवि उसे देख लेता है।

रवि ने कविता को रोक कर बहुत बुरा भला कहा बोलता है की तू अपने यार के साथ इतनी रात को घूम रही है। कविता बहुत समझाती रही की वो मेरा भाई है भाई बहन के रिश्ते को गलत मत बोलो, पर वो बहुत गन्दी बाते बोलता रहा।

कविता जब ऑफिस जाती तो रवि उसे रास्ते में सब के सामने चिल्ला – चिल्ला कर बोलता है। की जीन्स पहन के किसको इम्प्रेस करने जा रही है मै काफी नहीं हूँ क्या। लड़की के मामले में उसकी सोच बहुत गन्दी थी। लड़की बाल खोल के घूमती तो भी उसे बहुत कुछ बोलता था। लड़की उसकी सोच से तंग आ चुकी थी।

रवि को जब पैसे चाहिए होते थे तो रोना धोना कर के पैसे ले लेता था। फिर वही गन्दी बाते, गन्दी सोच, वो कभी – कभी कविता पर हाथ भी उठा देता था। एक दिन कविता गलती से रवि का फेसबुक ओपन करती है तो देखती है की वो बहुत सी लड़कियो को I Love you बोल चूका है।

वो इतने सालो से सिर्फ धोखा दे रहा है। वो कई लड़कियो के साथ सो भी चूका था। रवि कभी अपने घर शादी एवं कविता के बारे में बताया ही नहीं था सिर्फ उससे वो 50k लेना चाहता था।

वो हमेशा से उस से झूठ ही बोला वो फीस के पैसे से अय्यासी करता था। घर वालो से फीस के पैसे ले के कॉलेज में देता था। उसने अपने दोस्त को ये भी बोला था की मै कविता को पैसो के लिए प्यार करता हूँ वो चली गयी तो मेरे खर्चे का क्या होगा।

कविता ये सब देख की टूट सी गयी, उसने रवि को जब ये सब पूछा तो कहता मै लड़का हूँ मै कुछ भी कर सकता हूँ। लड़की बोली ठीक है फिर आज से सब ख़त्म। इस पर रवि उसे धोखा देता गया उसे और भी टॉर्चर करने लगा। उसकी आज़ादी तक उससे छीन लिया उसका फ़ोन चेक करता था उसकी हर ID का पासवर्ड तक ले लिया।

एक दींन लड़की अपने घर के एक किनारे बैठे के रो रही थी। उसकी मम्मी ने उसकी ये हालत देख उससे कसम दी की सब कुछ बोलने को बोली। उसने अपनी मम्मी को सब कुछ बता दी उसकी मम्मी ने उसके बॉयफ्रेंड को घर बुलाया।

कविता के पापा भी अपनी बेटी की ऐसी हालत देख कर उस रवि को खिच के थप्पड़ मारा और कहा आज तक मैं अपनी बेटी से ऊंची आवाज में बात तक नहीं किया। तूने मेरी बेटी हाथ लगाया, उसे परेशान किया, उसके पैसो से अपनी अय्याशी की।

अगर आज के बाद इसके आस पास भी देखा तो पुलिस थाने में बात होगा। लड़की के पिता ने यह सारी बात लड़के के परिवार वालों को बताया। जिस पर लड़के के पिता ने उस लड़की और उनके पिता जी से माफ़ी मांगी और फिर अपने बेटे को बहुत डाटा और मारा भी इस तरह यह Fake Love Story खत्म हुआ।

लड़की अब वहां नहीं रहना चाहती थी, इसलिए उसके पापा उसे लेकर दुसरे शहर में शिफ्ट हो गए। लड़की को थोड़ा समय लगा पर वो अपनी जिंदगी पहले जैसी जीने लगी।

निष्कर्ष

 इस कहानी को लिखने का उद्देश्य सिर्फ इतना सा हैं की अगर आप लड़की हैं और एक अच्छी नेक दिल इंसान हैं। तो इसका यह मतलब नहीं हैं, की बाकि लोग भी अच्छे होंगे।

आपको यह समझना होगा की यह मतलब की दुनियाँ हैं, यहाँ आपके माता – पिता के अलावा आपका कोई सागा नहीं है। यहाँ हर कोई आपसे किसी न किसी मतलब से आपसे जुड़ा हैं। यूँ रोड चलते किसी पर भी विश्वास करना सही नहीं हैं।

अगर कोई आपसे जरुरत से ज्यादा आपका फायदा उठा रहा हैं। आपका इस्तेमाल अपने मतलब के लिए कर रहा हैं या रहीं हैं। आपको ऐसे रिश्तो से आज से ही दूरी बनाना सुरु कर देना चाहिए। चाहें हो प्यार हो, दोस्ती हो फिर कोई आपके अपने सगे रिश्तेदार।

©Nand Ram
  Saccha Pyar Karne Walon Ko Hamesha Dhokha Milta Hai
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Nand Ram

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