सोचा लिखूं पर लिखा ही नहीं गया तेरे बार में कुछ बोला ही नहीं गया सबको जानना था धोखा किसने की मैं अपना हाथ खड़ा कर दिया क्योंकि तेरा नाम लिया ही नहीं गया #बवफाई #नाम #धौखा