मुलाकातों का सिलसिला है कि थमता नही थक गया है दिल फिर भी सम्भलता नही हो सके तो जाकर ,उनसे ये बात कह दो बहुत लग गया दिल, अब कही लगता नही।। #समझती क्यों नही...