"मैं ख़ास तो नहीं मगर बारिश की उन कतरों की तरह अनमोल हूँ, जो मिट्टी में समां जाएं तो फिर कभी नहीं मिला करते... 🤔निशीथ🤔 एक #पुरानी #खूबसूरत ,#वक्त की #तस्वीर दिख गया ... #stageshow