White दिन गिनते गिनते न जाने कितनी रात गुजर गई, सुबह ढलते ढलते शाम हो गई .. नजरें राह देखते देखते थक गई, उसके बदले जज्बात को देखकर मैं जीते जी मर गई ... वो खुद क्या आता जब, एक जवाब तक नहीं आया ... बड़ा जालिम था, मेरे दिल पर खंजर मारते हुए वो एक बार भी नहीं घबराया .. हमने प्यार में खुदको गिरा दिया, एक वक्त बाद सब कुछ भुला दिया .. उनका हमें आगोश में भर लेना, हमारी रूह को खुद में समा लेना, दो जिस्मों का एक जान हो जाना, सब उनके लिए खेल तमाशा था.. हम खेल में मोहरा बने रहे और उन्होंने चाल चलकर हमें राख कर दिया... उन्होंने मेरे इंसान होने का वजूद मिटा दिया, हम उन्हें भगवान मानते रहे .. और उन्होंने हमें तवायफ बना दिया .. हमें तड़पते देखकर उसे बिल्कुल भी तरस न आया , दिल ने मजबूर होकर उस पत्थर दिल को भुला दिया ... ©NISHA DHURVEY #भुलादिया sad status shayari sad sad status sad shayri sad quotes