ये उनके लिए हैं जो खुद को सरदार कहता है और गुरु सिक्ख़ भी लेकिन औरतों और लड़कियों के प्रति कमीनी सोच रखता हैं, औरतों को भरमा कर उनसे हवसी प्यार का झुठा नाटक कर उनका परिवार बर्बाद करते हैं और समझाने वाले के ही चरित्र पर लाक्षण लगाते हैं।
अगर हम किसी भी उपदेश को सुनते और समझते हैं तो हमारा कर्तव्य होता है निष्ठावान होकर उस कर्म को कर्तव्यनिष्ठा के साथ करना ना की दोगलापंती लिए बस उसकी बाते ही करना और उसके विपरीत मानसिकता रखना। NOJOTO nojotovideo #nojotoapp#nojotohindi