क्या तुझसे चाहा था ,क्या तूने कर दिया, वृक्षारोपण करने की बजाए वृक्षादोहन कर अपनी आकांक्षाओं को सीमित किया । इच्छा थी हम स्वच्छ वातावरण में रहना, तूने जो गंदगी फैलायी ,उसके बारे में क्या जिक्र करना । हे मानव बंद कर दे ,अपने स्वार्थ हेतु कार्य, जो गलती तूने की ,उसे मान कर स्वीकार्य ।। ###अकल्पनीय ##अविश्वसनीय ###nojoto