#अच्छे_लोग_और_बहुत_अच्छे_लोग मैनें उसे इतना पढ़ा कि उसने मुझे जिन्दगी में बेसुमार कर दिया धड़कनें इतनी बड़ी मेरे दिल-ए-नादान की, कि तंग आकर मैनें उन्हें दिल से बहार कर दिया लोग समझते हैं कि इक वक्त तक हूँ मै, पर उन से कहो मैनें खुदको बेहिसाब कर दिया कुछ अच्छे लोग थे और बहुत अच्छे लोग उन अच्छे लोगों ने ही मुझको खराब कर दिया ©NITISH NISAR #अच्छे_लोग