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White शमशान घाट पर लिखा था .... मंज़िल तो तेरी यही

White शमशान घाट पर लिखा था ....
मंज़िल तो तेरी यही थी बंदे ,
उम्र गुजर गई आते-आते ।
क्या पाया इस दुनिया में ,
अपनों ने ही जला दिया जाते-जाते ।

©writer_Suraj Pandit
  #lonely_quotes शमशान घाट m raj. g Brajraj Singh Lovely rasmi sana naaz