मंज़िल बड़ी दूर है किनारे पे साहिल है साथी नहीं कोई साथ दूजा करनी है हर मुसीबत से दोस्ती लड़कर हर झोंके से हवाओके हमें बढ़ना है आगे झुकना नहीं सर करना है आगे सात समन्दर पार कर बढ़ना है आगे राहें जो बनाई थी करनी है पार हर मुश्किल को करना है दुश्वार दूर का सफ़र है... #दूरकासफ़र #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi