अटल-टनल टनल-अटल, साथ मेरे देखो हुआ क्या कल.. आपबीती अनुशीर्षक में👇 अटल-टनल टनल-अटल टनल-अटल अटल-टनल नहीं बोलूं जो बोला था कल कल घास थी चरने गई अकल वो बोली टनल मैं बोला सुरंग इसी बात पर श्रीमती से छिड़ गई भैया जंग लगे उखड़ने गड़े हुए मुर्दे