बाहरी दीपक जगाने (याद रखिए जलाने और जगाने में फर्क होता है, इसलिए मैंने जगाने लिखा है) हां तो, बाहरी दीपक जगाने के लिए आप दीया, बाती, तेल, दियासलाई (माचिस) इत्यादि सामग्रियां इकट्ठे करते हैं, तब ही आप दीपक जगा पाते हैं! अगर आप *आत्मज्ञान* रुपी दीपक जगाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको एक ही चीज की आवश्यकता होती है जो स्वयं आपके अंदर ही होती है और उसके लिए आपको कोई भी अन्य धन-माया खर्च करने की भी कोई जरूरत नहीं है!! जगाइए निज *आत्मज्ञान* रूपी दीपक को फिर अपनी दिव्यता को पहचान जाओगे! यदि एक बार निज *आत्मज्ञान* रुपी दीपक *संजू* जग गया तो बाहरी दीपक को भूल जाओगे!! ©संजू #आत्मज्ञान #दीपक #Happiness