कहना था बहुत कुछ, पर कुछ कह ना पाई, अल्फ़ाज़ भी बयां ना हुए, और ख़ामोश भी रह ना पाई.... खोया जाने क्या मैंने, हर चीज तो मेरे पास है, आंखों में है नमी सी, और चेहरा भी उदास है सुबह की रोशनी है पर अंधेरा सा चारों ओर है, ख़ामोश हूं बाहर, लेकिन अंदर बहुत शोर है..... #na #jaane #kya