चलो आज फिर से कुछ ऐसा कर जाएं बाणों के ही नहीं शब्दों के घाव भी भर जाएं। मैं उनकी रूह में गहराई तक उतर जाऊं वो मेरी रूह में गहराई तक उतर जाएं।। रूह