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शायद क़िस्मत में ही न लिखा था हमारा मिलना। क्योंक

शायद क़िस्मत में ही न लिखा था 
हमारा मिलना। 
क्योंकि जुदाई की वजह तो,
आज भी मुझे बेवजह सी लगती हैं।

बेबाक़ ##Hindi poetry##Broken heart##Love poetry
शायद क़िस्मत में ही न लिखा था 
हमारा मिलना। 
क्योंकि जुदाई की वजह तो,
आज भी मुझे बेवजह सी लगती हैं।

बेबाक़ ##Hindi poetry##Broken heart##Love poetry
bebaak1062314093323

~Ravi

Bronze Star
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