बरसातों की भीगी भीगी रातों को समझना सीखो बादलों को यूंही बरसने को समझना सीखो बिजली का यू गर्जना क्यों हो रहा है जरा सोचो बिजली क्यों खड़क रही है यह जरा तुम सोचो ©Satish Salame #बरसातों का यू बरसना #friends