अरे वो मेरे प्यारे ख़ास रिश्तेदार, नेह दिल के तुम सबसे करीब, बंजारा घुमक्कड़ी मिजाज़ तुम्हारा, रिश्ता तुमसे सबसे अजीब।। मुझे YQ पर लाने वाले, मेरी लेखनी को पहचान दिलाने वाले, मिलता कहा है किसी को दोस्त ऐसा, होता कहा ऐसा नसीब।। गुम हो गए है आप कही, दिखते नही अब कभी योरकोट पर, जब तक नही मिलती आपकी प्रतिक्रियाएं, नेह रहती गरीब।।— % & Dedicating a #testimonial to Shashank Shekhar #नेह_की_गाथा #NUBGupta #yqdidi #yqbaba #ristedar