उम्र भले छोटी है मुझसे पर बातें करता सयानी है, हर घटना को ऐसे बताता जैसे कोई कहानी है, कितना भी डराऊँ उसको मैं वो कभी न मुझसे डरता है, मेरी हर एक बात में वो मेरे लिए हामी भरता है, कैसे बयां करूँ मैं कैसी किस्मत है मैंने पायी, भगवान सरीखे माँ-बाप मेरे फरिश्ते जैसा मेरा भाई, राम को जैसे मिले थे लक्ष्मण बलराम को कृष्ण कन्हाई, ऐसे ही इस जनम में मुझको मिला है मेरा प्यारा भाई। ©Sawan #brothersday