मदहोशी का आलम कुछ इस क़दर जिंदगी पर छाया, बाद तुझे देखने के, फिर कभी होश ना आया। अरे यार.. किस्मत तो उस गुलाब के फूल का हिस्सा है, जिसने कभी कब्र तो कभी किसी सेहरों को सजाया। #Hosh_khona zindagi ki nishaniyan...