#FourlinePoetry पसीने की स्याही से लिखते हैं इरादे को उनके मुकद्दर के सफेद पन्ने कभी कोरे नहीं होते ©Rupesh Thakur पन्ने कभी कोरे नहीं होते #FourLinePoetry #fourlinepoetry