कुछ वक़्त से जो खास थे एक - दूजे के लिए पहल-ए- पहल आखों का मिलना चुराना हुआ फिर ज़ुबाँ का उनके पास आते ही शर्माना हकलाना हुआ, दहलीज़ पर दस्तक देते ही उनकी हमारा मुस्कुराना हुआ दिल से दिल मिलने लगे थे बस यूँ ही क्या अजब उनका दिल का धड़काना हुआ, अब बस तन्हाईयाँ और खामोशियों ने घेरा है, हमारी चौखट पर अब बस उनकी यादों का पहरा है !" आदतें लगा जाते हैं लोग बड़े ही ज़ालिम होंगे 'अल्प ' शायद कुसूर से उनके दिल में दिल नहीं होता होगा सच में उन्हें मोहब्बत का इल्म नहीं होगा, !" लो अजनबी हो गए हम, अजनबी हो गए तुम, अलविदा !! अलविदा !! अलविदा !! #alpanas,, 💚"" Quote StitchersQuote Stitchers