वो जब उसकी मुस्कान की चमकान से रोशन सारा फ़साना हुआ, वो जब उसके होठों की लाली से बेदम सारा जमाना हुआ, गिरी जब शर्म से भरपूर पलके उसकी, ये जो दिल कल तक अपना था 1 पल में बेगाना हुआ, रुक जाती गर निग़ाहें अपनी इस मोड़ पे, तो भी ठीक था, रुक......... जाती गर निग़ाहें अपनी इस मोड़ पे, तो भी ठीक था, पर उनके झुमको को देखकर दुश्मन हमारा भी जमाना हुआ #NojotoQuote muskaan #somi