सब कुछ बाग रहा था मैं तेरे साथ था दुनिया अपनी मर्ज़ी से चल रही थी मैं तेरी सुन रहा था इस कदर खो गया था तुझमें सब कुछ मेरे लिए सुनसान था B-+32+15+