जज़्बात तेरा एक एक लम्हा मैं कैसे भुलाऊगा लोग गोद की बात करते हैं मैं आँखों पर सुलाऊंगा, बरसों से यूँही इन काँटों पर लेटा हूँ आ आकर देख जरा जहाँ छोड़के गई थी आजतक वहीं बैठा पुरानी हर बात उठा लिओ जो जलाय मैंने जज़्बात उठा लिओ, जितना जगाया मैंने मुझे जगा लिओ लौट आ अब तो लौट आ चल हाथ उठा लिओ। Title:- लौट आ !!! ©DILRAJ MEENA #jazbaat #nojotoshayari #Januarycreator #soulmate سيد عسكرى عباس نقوى ʀǟռɨ ʍɨֆʀǟ