कुछ सपने अधूरे से, और अनकही सी बातें है। दौड़ता हुआ दिन, और थकी हुई सी रातें है। एक बेमतलब की हंसी, और सूखे हुए से आंसू है। सुर मिलाने को पंछी, और साथ निभाने को सिर्फ़ किताबें है। कुछ रिश्ते अनजाने से, और कुछ मुलाकातों की यादें है।। जहाँ मैं हूँ... #जहाँमैंहूँ #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi