---------------------- अंदाज़ -ए-कुँवर ---------------------- किया है हमने भी कामयाब इश्क़ उसने समझा न हमने निभाया जो इश्क़ समझा निकम्मा और नालायक इश्क़ छोड़ दिया मुझको यह कहकर तोड़ दिया ख़्वाब यह कहकर तू रख अपने पास तेरा इश्क़ हमने भी ले लिया सरआंखों से लगाकर लौटाया गया था जो हमारा इश्क़ मेरे पास महफूज़ है आज भी मेरा इश्क़ एक दिन मिले महफ़िल-ए-इश्क़ में वो ढूंढ रहे थे लायक और मुकम्मल इश्क़ सबसे कीमती था नज्म बन मेरा इश्क़ अब वो मांग रहे थे मुझसे मेरा इश्क़ अब वो काबिल न थे कामयाब था मेरा इश्क़ अंदाज-ए-कुँवर अब यह न मेरा न तेरा इश्क़ जहान ने मुझे दिया कबूल हो सबको मेरा इश्क़ वो ठुकराते न हमको तो न मिलता यह पाक इश्क़ जहान पे लुटा कर मिला खिताब शहंशाह-ए-इश्क़ किया है हमने भी कामयाब इश्क़ किया है हमने भी कामयाब इश्क़ Kunwarsurendra ---------------------- अंदाज़ -ए-कुँवर ---------------------- वो ठुकराते न हमको तो न मिलता यह पाक इश्क़ जहान पे लुटा कर मिला खिताब शहंशाह-ए-इश्क़ किया है हमने भी कामयाब इश्क़ किया है हमने भी कामयाब इश्क़ #Kunwarsurendra#poetry#poem#shayri#nojoto#nojotohindi#ishq#love#true_love