निवाला आधा छोड़ तपती धूप में गली भाग आना था माफ़ करना तुम उनका तुम्हे भाभी -2 कह के जो चिढाना था ना खुशियों की कमी थी कुछ ना गम का ठिकाना था जब तक हमारा कुछ कमीने यारों संग याराना था #december #day08 #Friendship #Friends pooja negi# बृजेश कुमार बेबाक़ भगसिंह मरूधरियाई