जी तो करता है दुनिया छोड़ चलूं सारे जंजीर पैरों के तोड़ चलूं जो मिल न सका मंज़िल तो अब कोई गम नहीं अब इसी रस्ते को जहन्नुम की ओर मोड़ चलूं