सुनो प्रियतम मेरे🌹 (तीन भाग का भाग----2) नहीं समझा पाती मन के भाव कुछ भी अकेले रहना तुम्हारे संग दूर कहीं मुझे साजन मेरे अकेले अब आ जाओ न तड़पाओ तुम व्याकुल मैं अकेले 🌹 सुनो प्रियतम मेरे🌹 (भाग----2) नहीं समझा पाती मन के भाव कुछ भी