माना नजरें बोलतीं हैं इज़हार -ए -मोहब्बत कर रही, एक बार हम भी सुनना चाहेंगे, हम हैं तेरे हम-नशी, कहो तुम्हें इश्क़ है मुझसे,कहीं मर ना जाऊं इसी खुशी, सकून खोया था भटक रहा था !....दर-बदर कहीं-कहीं, तुमने थाम लिया हाथ मेरा, मानो ठहर गया !...वक्त वहीं, वादा करो मेरे हम-नफ्स , निभाओगे !.....उम्र भर यूं ही, मेरी वफाओं को इंतमिरान तो होने दो कहीं सपना तो नहीं, ढूंढते रहे खुशी हर कहीं और कहीं खुशी!... मिल ही नहीं, तेरा आगोश की सरगर्मियां मेरे सांसों में समाई यूँ ही तेरी बाहों में यूं ही रहे बीत जाए !....उम्र सारी यूँ ही। Any writer can write about funny friday challange *"कहो तुम्हें इश्क हैं मुझसे" *RULES*📜- 1. The word given above must come atleast once in your write-up. *Poem should be in maximum 20lines/200 words,*