"खुली किताब" खुली किताब-सी हूँ मैं कितना समय लोगे पढ़ने में मुझे आ न सकूँ समझ में मैं ऐसा गंभीर वाक्य-विन्यास नहीं सरल,सहज शब्दावली में हूँ सरसरी दृष्टि से देखो तो सही शब्द-अर्थ सब एक भाव मेरे उलझोगे नहीं समझो तो सही एक खुली किताब-सी मैं अपनी वाणी में मुझे पढ़ो तो सही! M'निर्झरा'🌹 खुली किताब की तरह मुझे मिली है ज़िन्दगी... #खुलीकिताब #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi