जो कहना है खुल कर कहिये झूठ कपट छल चार दिनों का खुलते ही अपमान सहोगे सच है मत तुम भृम में रहिये ! राग द्वेष अपनापा लेकर मोह लहर में भी मत बहिये ! सच की क़ीमत से मत डरिये जो कहना है खुल कर कहिये ! सुप्रभात। सच कड़वा ज़रूर होता है लेकिन हानिकारक नहीं। #सचकीक़ीमत #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi🍫☕🍨🍨😃💕💕💕👨