ऐसा भी होता है, नजरो से नजर न मिले प्यार का एहसास हो , फिर भी जरूरत न लगे देखने से ज्यादा पाने की जिद हो, न खोने का गम न सहने की आदत , न बोलने का गम मसरूफ है वो अपने जिद में और मैं भी ये भुला बैठा हूं उसकी कदर में , अपना दिमाग बैठा रखा हूं, और दिल तो बीमार चीज है साहब। दिल और दिमाग बैठा बैठे है। #bihar #bihari #bihariwriter #mravay #india