ख़्वाबों में जिसे ढूँढता रहा, मेरी ज़रूरत तुम हो। तुमसे मेरी सारी ख़्वाहिशें, मेरी हक़ीक़त तुम हो। तुम हो तो है हरपल सुहाना और सुहानी दुनिया। दिल में बसी है जो हरपल वो प्यारी सूरत तुम हो। मेरे जज़्बातों में हरपल, छाया तुम्हारा सुरूर है। मेरे अरमानों की बदली बदली सी सीरत तुम हो। तुमसे मेरी सारी खुशियाँ, जैसे कोई इनायत है। तुमको पाकर इतना खुश हूँ मेरी क़िस्मत तुम हो। तुम हो तो रहती है रोशन, मेरे दिल की ये ज़मीन। मेरे जज़्बातों की बदली बदली सी नीयत तुम हो। ♥️ Challenge-680 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।