मेरे मन में ख्याल आ रहा था दोस्तों बड़ी उलझ गई थी में अपने सवालों में
में सोच रही थी की nojoto पे सभी दोस्तों से अपनी बातें अपने तरीको से रखती हूँ .... बेशक़ वो गलत हो सही हो अच्छा लगे बुरा लगे पर में जैसी हूँ बिल्कुल अपनी बातों को उसी प्रकार रखती हूँ पर
चाहे कुछ भी कर लो करना तो उनको आपकी तारीफ़ ही हैं। चाहे आपकी प्रर्तिक्रिया अच्छी हो या गलत..... लेकिन हमेशा आपकी हाँ 🙆🙄 में हाँ मिलाते है अब आप सब ही बोलिए ऐसे में कैसे पता चलेगा वस्त्विकता हमारी और आपकी....
डर इस बात की हैं अब खुद को समझू कैस