यूं तो मुश्किल था तेरी शख्सियत का अंदाजा लगाना! लेकिन मासूमियत हमारी भी इतनी नहीं थी! तेरी फरेब निगाहों को पढ़ पाना! मिले जो तजुर्बे आपसे आसान हुआ जमाने को समझाना! बस की बात नहीं "आशीष" की तेरे किरदार से सामंजस्य बिठा पाना! क्या "आशीष" क्या नमन सब है तमन्नाओं का बहाना! इतिहास गवाह है जो हारा वही बदले जमाना! यूं तो मुश्किल था तेरी शख्सियत का अंदाजा लगाना! आशीष पाण्डेय अंदाजा लगाना