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# पवित्र आत्मा पिता की आशीष। | Video

पवित्र आत्मा पिता की आशीष।                                                 हम इन बातों के गवाह हैं और वैसे ही पवित्र आत्मा भी , जिसे परमेश्वर ने उन्हें दिया है। जो उसकी आज्ञा मानते है । ( प्रेरितो के काम ५;३२ ) । लूका ११;१३, उन बहुत से वचनो में है, जिनको पवित्र आत्मा ग्रहण करने के विषय में गलत समझा; और इस्तेमाल किया गया है । वहाँ यीशु ने कहा ,  जब तुम बुरे होकर, अपने बच्चों को अच्छी वस्तुएँ देना जानते हो , तो स्वर्गीय पिता अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा ?  किंतु तब वह मसीहो से बात नही कर रहा था, वरन उनसे जो पुराने नियम में थे । किसी ने भी माँगकर पवित्र आत्मा ग्रहण कर लिया होता ; किंतु दुखद रूप से बहुतों ने नही किया; क्योंकि उन्होंने माँगा ही नही । यीशु ने कहा माँगो। और तुम्हें दिया जाएगा । ( लूका ११ ; ९ ) ; किंतु जब नया नियम प्रभावी हो गया , यीशु मसीह के पुनरुत्थान के बाद; तो वचन ने किसी को भी नही बताया कि पवित्र आत्मा माँगो । हमे यह बताया गया है कि, कैसे प्रेरितो ने लोगों को पवित्र आत्मा दिया ; उन्होंने ,  ... उनके लिये प्रार्थना की कि पवित्र आत्मा पाएँ । ( प्रेरितो ८;१५ ) ; और कुछ ने बिना प्रार्थना के ग्रहण किया । ( प्रेरितो के काम १० ; ४४-४६ ) । वास्तव में, परमेश्वर से पवित्र आत्मा माँगना बेकार की बात है । पवित्र आत्मा परमेश्वर के तीन प्रमुख वरदानों में से एक है, जो सारे मनुष्यों को दिए गए है । केवल सुसमाचार की उसकी बुलाहट को मानकर; कोई भी पवित्र आत्मा को ग्रहण कर सकता है । उसने प्रेरितो के काम २;१७ में कहा , “ ... अन्त के दिनों में ऐसा होगा; कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा , ... ” । इसके अलावा देखिए, प्रेरितो के काम ५;३२ , इब्रानियो ५ ; ९ , रोमियो २ ; ८ को । ध्यान दीजिए उसने नही कहा , “ कि मैं अपना आत्मा सारे मसीहो के ऊपर ऊँडेलूँगा , किंतु सब लोगो के ऊपर ।  यह पिता की आशीष है । यह अब आ चुकी है । बिना पवित्र आत्मा के आप मसीही जीवन नही जी सकते । परमेश्वर इच्छा करता है कि; आप आत्मा की परिपूर्णता में चले, और इस वर्तमान विश्व में; सत्यनिष्ठ और विजयी रुप से जीएं । अगर आपने नये जन्मे होने के बाद, पवित्र आत्मा ग्रहण नही किया है। तो गलातियो ३;१४ कहता है , " ... और हम विश्वास के द्वारा उस आत्मा को प्राप्त करें जिसकी प्रतिज्ञा हुई है । " केवल कहिए ,  यीशु मसीह के नाम में , मैं अभी अपने हृदय को खोलता हूँ, और पवित्र आत्मा को ग्रहण करता हूँ । और फिर विश्वास के द्वारा उतनी ही सरलता से पवित्र आत्मा को ग्रहण कीजिए, जैसे आपने मसीह को ग्रहण किया था ।

पवित्र आत्मा पिता की आशीष। हम इन बातों के गवाह हैं और वैसे ही पवित्र आत्मा भी , जिसे परमेश्वर ने उन्हें दिया है। जो उसकी आज्ञा मानते है । ( प्रेरितो के काम ५;३२ ) । लूका ११;१३, उन बहुत से वचनो में है, जिनको पवित्र आत्मा ग्रहण करने के विषय में गलत समझा; और इस्तेमाल किया गया है । वहाँ यीशु ने कहा , जब तुम बुरे होकर, अपने बच्चों को अच्छी वस्तुएँ देना जानते हो , तो स्वर्गीय पिता अपने माँगनेवालों को पवित्र आत्मा क्यों न देगा ? किंतु तब वह मसीहो से बात नही कर रहा था, वरन उनसे जो पुराने नियम में थे । किसी ने भी माँगकर पवित्र आत्मा ग्रहण कर लिया होता ; किंतु दुखद रूप से बहुतों ने नही किया; क्योंकि उन्होंने माँगा ही नही । यीशु ने कहा माँगो। और तुम्हें दिया जाएगा । ( लूका ११ ; ९ ) ; किंतु जब नया नियम प्रभावी हो गया , यीशु मसीह के पुनरुत्थान के बाद; तो वचन ने किसी को भी नही बताया कि पवित्र आत्मा माँगो । हमे यह बताया गया है कि, कैसे प्रेरितो ने लोगों को पवित्र आत्मा दिया ; उन्होंने , ... उनके लिये प्रार्थना की कि पवित्र आत्मा पाएँ । ( प्रेरितो ८;१५ ) ; और कुछ ने बिना प्रार्थना के ग्रहण किया । ( प्रेरितो के काम १० ; ४४-४६ ) । वास्तव में, परमेश्वर से पवित्र आत्मा माँगना बेकार की बात है । पवित्र आत्मा परमेश्वर के तीन प्रमुख वरदानों में से एक है, जो सारे मनुष्यों को दिए गए है । केवल सुसमाचार की उसकी बुलाहट को मानकर; कोई भी पवित्र आत्मा को ग्रहण कर सकता है । उसने प्रेरितो के काम २;१७ में कहा , “ ... अन्त के दिनों में ऐसा होगा; कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा , ... ” । इसके अलावा देखिए, प्रेरितो के काम ५;३२ , इब्रानियो ५ ; ९ , रोमियो २ ; ८ को । ध्यान दीजिए उसने नही कहा , “ कि मैं अपना आत्मा सारे मसीहो के ऊपर ऊँडेलूँगा , किंतु सब लोगो के ऊपर । यह पिता की आशीष है । यह अब आ चुकी है । बिना पवित्र आत्मा के आप मसीही जीवन नही जी सकते । परमेश्वर इच्छा करता है कि; आप आत्मा की परिपूर्णता में चले, और इस वर्तमान विश्व में; सत्यनिष्ठ और विजयी रुप से जीएं । अगर आपने नये जन्मे होने के बाद, पवित्र आत्मा ग्रहण नही किया है। तो गलातियो ३;१४ कहता है , " ... और हम विश्वास के द्वारा उस आत्मा को प्राप्त करें जिसकी प्रतिज्ञा हुई है । " केवल कहिए , यीशु मसीह के नाम में , मैं अभी अपने हृदय को खोलता हूँ, और पवित्र आत्मा को ग्रहण करता हूँ । और फिर विश्वास के द्वारा उतनी ही सरलता से पवित्र आत्मा को ग्रहण कीजिए, जैसे आपने मसीह को ग्रहण किया था ।

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