नारी के सम्मान-मान को सबने तार-तार कर डाला है ईमान बेचकर, माँ-बहनों को गालियों से सज़ा डाला है कहने को तो तरक्की कर रहा देश बड़ा, बात ये विशेष है पर समानता पर लगे प्रश्नचिन्ह के साथ कई बातें अभी शेष है गिरी हुई सोच इंसानों की, आज बड़ी कसक-सी दे जाती है अधिकारों के साक्षात्कार बिना, बड़ी कसर-सी रह जाती है अरे ! अधिनियम-नियम बड़े बने साहब, पर जमीन पर नहीं दिखा खास बदलाव पंचायतों से संसद तक आखिर नारियों की संख्या क्यों लगती है आज अपवाद हुनर की कमीं नहीं उनमें, संसार की आधारशीला हैं, उन्हें प्रणाम फिर भी कदम-कदम पर काबिलियत का सदैव देना पड़ता क्यों है प्रमाण गुजारिश है, नारी के सम्मान-मान को गालियों से अब मत रौंदना नज़रें हटाकर गुज़र जाना, बुरे नजरों से अब मत तौलना कागज़ो में लिखी समानता जमीं पर भी दिखे, यही उम्मीद रहेगी इंसानों की सोच बड़ी व मानव मूल्यों की रक्षा, इंसानों द्वारा ही होती रहेगी सत्य कहा गया है- "नारी तू नारायणी" । 🌺 आप सब भी इस बात को सदैव याद रखिएगा । 🙏 #yqdidi #yqhindi #yqhindiquotes #yqhindipoetry #yqpoems #hindipoetry #नारी_सम्मान #समानता Best YQ Hindi Quotes Oh! Womaniya