कभी अंदर भी आकर देख कितने दर्द कितना सूनापन है कितनी यादें दफ़न है वो नकली मुस्कान लिए जो चलते रहते है कभी पूछा है उनसे क्या दर्द छुपाये बैठे है सुलग़ती साँसो ने सीने में फंदा बनाये बैठे है कभी अंदर भी आकर देख कितने दर्द छुपाये बैठे है.. कभी अंदर भी आकर देख... #अंदरदेख #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #suchitapandey #सुचितापाण्डेय कभी अंदर भी आकर देख कितने दर्द कितना सूनापन है कितनी यादें दफ़न है वो नकली मुस्कान लिए जो चलते रहते है