कभी मीत ज्यादा कभी कम रहे हैं मगर जिंदगी में बहुत गम रहे है । सुलगती सिसकती रही साँस मेरी । नयन के किनारे सदा नम रहे हैं ©kavi Rajan Bhadauriya #नयन_के_किनारे_सदा_नम_रहे_हैं Internet Jockey Anuj Dr. Lalchand Sharma anupam phukon Prachu Modi