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दुनिया के सामने सख्त और मैच्योर बनता हूं पर अंदर ह

दुनिया के सामने सख्त और मैच्योर बनता हूं
पर अंदर ही अंदर मैं एक छोटे बच्चे से भी ज्यादा रोता हूं
खुल कर रोने की हिम्मत भी नहीं मुझमें सब के सामने
फिर भी ना जाने क्यों मै खुद को मर्द बोलता हूं want to cry
दुनिया के सामने सख्त और मैच्योर बनता हूं
पर अंदर ही अंदर मैं एक छोटे बच्चे से भी ज्यादा रोता हूं
खुल कर रोने की हिम्मत भी नहीं मुझमें सब के सामने
फिर भी ना जाने क्यों मै खुद को मर्द बोलता हूं want to cry