Nojoto: Largest Storytelling Platform

त्रिभंगी छंद– हर हर महादेव कैलाश निवासी, कण कण व

त्रिभंगी छंद– हर हर महादेव 

कैलाश निवासी, कण कण वासी, मन सन्यासी, विश्वंभर।  
शशिधर नंदीश्वर, शिव गंगाधर, हे करुणाकर, विश्वेश्वर।
गौरी के स्वामी, अंतर्यामी, काशी धामी, अभ्यंकर।
मस्तक भर चंदन, गुरु अभिनंदन, नत पग वंदन, शिव शंकर॥

©दिनेश कुशभुवनपुरी
  #त्रिभंगी_छंद #हर_हर_महादेव