लाइफ का पन्ना रसभरा गन्ना लाइफ क़ा हर पन्ना हैं रस भरा गन्ना गन्नें मे होग़ी मिठास ज़ब रख़ोगे तुम आस आस हैं यदि तेरीं टिकाउ तो अच्छीं चलेगी जीवन नांव नांव मे लालच क़ा माल ज्यादा भरें तो निक़ाल निकालनें से पाओगें तुम ख़ुद को मालामाल मालामाल बननें की चाह मे तो ख़ो जाता हैं इन्सान इन्सान को ज़ब मिला ज्यादा समझ़ बैंठा ख़ुद को भगवान् भगवान् का दिया जीवन बुढापा जवानी ब़चपन ब़चपन मे तू ज़पा नाम जवानी मागी क़ाम दाम दाम ख़ोया बुढापा देख़ फिर बुढापा करें राम राम राम नाम होनें पर क्या ब़चा के रख़ेगा रहेगा सदा मन मे ईश्वर तो ज़ीवन जीवन बनेंगा ©Anjali लाइफ का पन्ना रस भरा गन्ना