#OpenPoetry तिरंगा देश का मान ओर सम्मान है तिरंगा हिंद की चोटियों का अभिमान है तिरंगा वस्त्र का टुकड़ा नही शान है तिरंगा गांधी और सुभाष का परित्याग है तिरंगा फोजी का कफन भी ये माता का आँचल भी ये अमन का पैगाम ये शांति का तूफान ये तीन रंगों में बसा पूरा जहाँ ये तिरंगा सच पूछो तो हम सबकी जान है तिरंगा छत्तीस कोमो के साथ का वरदान है तिरंगा भिन्नता मैं एकता का ज्ञान है तिरंगा दुश्मनो की छाती पर तलवार है तिरंगा हिन्द से कुमारी की ढाल है तिरंगा 47 की आज़ादी का परचम ये तिरंगा भगत के संगर्षो का परिणाम है तिरंगा लोह पुरुष की छाती का लोहा है तिरंगा कलाम के सपनों का आकाश है तिरंगा सनातन से निरपेक्षता का ठहराव है तिरंगा पैसट(६५) की विजय का पुरस्कार है तिरंगा शान्ति हरियाली अमर विस्तार है तिरंगा सस्त्र कोर देशवासियों के एक नाम है तिरंगा #OpenPoetry