रहिमन अंधा प्रेम है,अंधा है विश्वास। मैं संग तेरे उम्र भर, तू भी मेरे साथ।। ये जन्मों का संग है,करना ना अनुबंध। तौला जाए प्रेम को,तो होता है प्रतिबंध।। जय सियाराम संत कबीर जी के चरणों,में वंदन बारंबार। सच्चा प्रेम करने वालों को,पंक्ति यह दो-चार।। ©Sandeep Ratner sant kabeer ji #Drops