तुम कभी आकर बैठो पास मेरे, तुम्हें जी भरकर देखना चाहता हूं तुम्हारी झील सी गहरी आंखों में, एक बार फिर डूबना चाहता हूं ऐसा भी नहीं कि पहले कभी मिले नहीं हम, बस अब लगता है समय के ढलने के साथ, हमारे प्यार का रंग और गहरा हो गया है तो बस उसी रंग में एक बार, खुद को पूरी तरह रंगना चाहता हूं तुम कभी आकर बैठो पास मेरे, तुम्हें जी भरकर देखना चाहता हूं वैसे तो नींद बहुत कम ही आती है मुझे, फिर भी तुम्हारे गेसुओं की छांव में सर रखकर सोना चाहता हूं कभी सोचने बैठूं तो सोचता हूं कि, आखिर कहां से शुरू हुई थी कहानी हमारी कितना भी सोचूँ समझ नहीं आता चलो ऐसा करो थोड़ा दूर जाओ, मैं फिर से वही किस्सा दोहराना चाहता हूं तुम कभी आकर बैठो पास मेरे, तुम्हें एक बार जी भरकर निहारना चाहता हूं #मेरी_खामोश_मोहब्बत #yqbaba #yqquotes #yqdidi #yqlove #lovely_moment