सूरत आकर्षित करती है अपनी तरफ खींचती है पर याद रखना सीरत पर भी नज़र रहे...! धुंधली हो जायेगी धीरे-धीरे ख़त्म हो जायेगी दीवानगी सूरत की....! फिर खोजोगे सीरत को तलाश में किसी अपने की जो मिलेगा नहीं ऊपरी बनावट में दिखावटी सज्जा में...! सीरत ही तो असली पूँजी है जो निर्मित करती है संबंधों को बनाये रखती है अपनेपन को जिंदगी के लम्बे सफर में संग देती है शुभचिंतकों का हमारा हित चाहने वालों का...! इसालिए.. खिंच रहे हो सूरत की ओर तुम सीरत पर भी नज़र रहे... सूरत के पीछे छिपे अपने और पराये की भी खोज रहे.! मुनेश शर्मा (मेरी✍️🌈🌈🌈) सुप्रभात। सूरत देखें मगर सीरत पर भी नज़र रखें। #सीरत #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi