वादियों की हवा है तू .. मेरे हर मर्ज की दवा है तू.. नदिया झील पर्वत अम्बर आ गया शहर कहा है तू सुना है रूकती नहीं हवा किसी आशियानें में हर आग में शामिल होगी मेरी खुश्बू इस चिंगारी में कबसे ,आखिर रमा है तू ©Yash Verma #waiting #phirmohhabbat #loop #jnvians #uttrakhand #pahadi #Hindi #latest #poem #OneSeason