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वो ज़हन में बसती है मेरे, और मेरे दिल में रहती है व

वो ज़हन में बसती है मेरे,
और मेरे दिल में रहती है वो............
तुम महफ़िल में तारीफ़ न करो,
हमसे ये अक्सर कहती है वो...........
वो मुझमे कुछ ऐसे समायी है,
कि मेरी रगों में दौड़ती है वो............
फिज़ाओं के साथ आज-कल,
मेरे अश्कों के साथ बहती है वो........

©Poet Maddy वो ज़हन में बसती है मेरे,
और मेरे दिल में रहती है वो............
#Live#Mind#Heart#Publicly#Present#Run#Veins#Passion#Tears........
वो ज़हन में बसती है मेरे,
और मेरे दिल में रहती है वो............
तुम महफ़िल में तारीफ़ न करो,
हमसे ये अक्सर कहती है वो...........
वो मुझमे कुछ ऐसे समायी है,
कि मेरी रगों में दौड़ती है वो............
फिज़ाओं के साथ आज-कल,
मेरे अश्कों के साथ बहती है वो........

©Poet Maddy वो ज़हन में बसती है मेरे,
और मेरे दिल में रहती है वो............
#Live#Mind#Heart#Publicly#Present#Run#Veins#Passion#Tears........
manishsaini7413

Poet Maddy

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